Priyanka06

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लेखनी कहानी -10-Dec-2022 चलो मिलकर लिखें प्रेम गाथा

विषय-प्रेयसी
शीर्षक-चलो मिलकर लिखें अमर प्रेम गाथा

हे प्रेयसी! तुम हो मेरी बंदगी,
तू ही है मेरी संगिनी,
तुझसे है मेरी दिल्लगी।

हे प्रेयसी! तेरे इश्क की तरंग,
बना रही मुझे दिलबर,
उठ रहा है तेरे इश्क का जुनून।

देख! इश्क की ये रात,
कर रही है जैसे प्यार का इजहार,
छू रही है जैसे इश्क का परवान।

तेरे लबों का ये जाम,
मेरे होठों को छू जाए आज,
मेरे इश्क की बुझा जाए प्यास।

जब से देखी तेरी आंखों में तरैया,
डूब गए हैं तेरे इश्क में प्रियतमा,
तेरे इश्क में रंग गया है अशकाना।

तेरे  काले रेशमी जुल्फें,
छू रही है मेरे बदन को ऐसे,
हो गए हैं तेरे इश्क में दीवाने।

दिल में संजोए बैठे हैं तेरे सपने,
चलो मिलकर बनाए आशियाना,
लिख जाए हम अमर प्रेम गाथा।

लिखे हम ऐसे अल्फाज,
बन जाए इश्क यादगार,
बने हम प्यार के जादूगर।

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4 Comments

Wahhhh Bahut hi सुन्दर और बेहतरीन शब्द संयोजन

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Rajeev kumar jha

11-Dec-2022 12:13 PM

शानदार

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Mahendra Bhatt

11-Dec-2022 09:26 AM

शानदार

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